आज मै आप को बताऊंगा बाबा खाटू श्याम के मंदिर का इतिहास और मंदिर के कुछ नियम || 

बाबा खाटू श्याम का मंदिर कहा है

श्री खाटूश्याम जी को भगवान कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है। राजस्थान के सीकर जिले में श्री खाटू श्याम जी का भव्य मंदिर स्थापित है। जहां दूर-दूर से लोग उनके दर्शन करने आते हैं।

बाबा खाटू श्याम के मंदिर का  इतिहास ||

खाटू श्याम मंदिर की कहानी महाभारत के सदियों पुराने हिंदू महाकाव्य से आती है. पांडवों में से एक,भीम के परपोते वीर बर्बरीक को भगवान कृष्ण का बहुत बड़ा भक्त माना जाता है. उन्होंने श्रीकृष्ण के प्रति अपने प्रेम के प्रतीक के रूप में अपना सिर बलिदान कर दिया था. इस महान बलिदान से प्रभावित होकर भगवान ने वीर बर्बरीक को आशीर्वाद दिया. वरदान यह था कि कलियुग में श्याम के रूप में उनकी पूजा की जाएगी.बर्बरीक के इस महान बलिदान ने उन्हें “शीश के दानी” का नाम दिया था. श्री खाटू श्याम में श्याम के रूप में पूजे जाने वाले वीर बर्बरीक अपने भक्तों में ‘हारे का सहारा’ के नाम से भी प्रसिद्ध हैं.भगवान कृष्ण के भक्तों का मानना कि भगवान हमेशा शुद्ध हृदय वाले लोगों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.

बाबा खाटू श्याम मंदिर तक पहुंचने का रास्ता || 

अगर आपको खाटू श्याम जी जाना है तो आपको रींगस तो जाना ही पड़ेगा क्योंकि खाटू श्याम जी जाने का रास्ता रींगस होते हुए ही है। रींगस कस्बा रेल मार्ग और सड़क मार्ग दोनों से जुड़ा हुआ है। यह कस्बा जयपुर से सीकर जाने वाले नेशनल हाईवे नंबर 52 पर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

|| बाबा खाटू श्याम मंदिर के नियम || 

खाटू श्याम मंदिर में यदि आप दर्शन करने जा रहे हैं तो आपको मंदिर परिसर में जाने से पहले नए नियमों को जानना बेहद जरूरी है। नए नियम के तहत मंदिर परिसर में छोटे वस्त्र, हाफ पैंट, मिनी टॉप, मिनी स्कर्ट, नाईट सूट, कटी-फटी जींस पहनकर आने पर श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा